आंखें भी खोलनी पड़ती है सूरज के निकलने से कभी अंधेरा दूर नहीं होता।

आंखें भी खोलनी पड़ती है सूरज के निकलने से कभी अंधेरा दूर नहीं होता।
Read More  विश्व एक महान पुस्तक है जिसमें वे लोग केवल एक ही पृष्ठ पढ़ पाते हैं जो कभी घर से बाहर नहीं निकलते। ~ अल्बर्ट आइंस्टीन
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