window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'G-651YNME9TQ'); Good Night Sad Shayari | Gyan Gatha

Good Night Sad Shayari

चाँदनी रातें अब सूनी लगती हैं,
तेरे बिना ये जिंदगानी अधूरी लगती है। 💔🌙

चाँद भी मुझसे पूछता है,
किसके इंतजार में जागता है? 🌙💔

तन्हाई और दर्द का कोई खास रिश्ता है,
हर रात ये दिल और भी कमजोर सा लगता है। 🌙😭

रात को जब चाँद नजर आता है, दिल में तेरी यादें और भी बढ़ जाती हैं,
और सन्नाटा भी अब और ज्यादा महसूस होता है। 🌌💔

Good Night अब खुद से भी नहीं कह पाते,
तेरे बिना सब अधूरा सा लगता है। 🌑

तेरी यादें अब दिल को और ज्यादा तोड़ देती हैं,
और रात का समय भी अब बहुत ज्यादा लंबा लगता है। 🌌💔

Good Night अब एक झूठा अल्फाज़ लगता है,
तेरे बिना सब कुछ बेमानी लगता है। 😢

चाँद भी लगता है आज उदास,
जैसे वह भी जानता हो दिल का दर्द और प्यास। 🌙😞

दिल का खालीपन अब और भी बढ़ गया है,
तेरी यादें अब रात को और भी तन्हा कर देती हैं। 🌠💔

दिल की तन्हाई में तेरी यादें बहुत गहरी हो जाती हैं,
और रात का हर पल अब और भी सूना सा लगता है। 🌠💔

Good Night तेरे बिना अधूरी है,
तेरा जवाब अब भी ज़रूरी है। 😢

अब Good Night से डर लगता है,
कहीं फिर से तेरी याद न आ जाए। 🌙

अब चाँदनी भी काली लगती है,
तेरी जुदाई हर रात खलती है। 💔🌙

चाँद भी अब तेरे बिना चुप सा रहता है,
जैसे वह भी समझ रहा हो मेरा ग़म भरा रहता है। 🌙💔

रात को तेरी यादों में और भी खो जाता हूँ,
और फिर दिल में अकेलापन महसूस करता हूँ। 🌠💔

तेरी यादें हर रात तंग करती हैं,
Good Night में भी रुला देती हैं। 😢

चाँद की रौशनी में अब तेरी यादें और गहरी हो जाती हैं,
और दिल में तन्हाई का अहसास और भी बढ़ जाता है। 🌙💔

तन्हा रातें और तेरा ग़म,
हर लम्हा महसूस होता है कम। 😞🌙

चाँद की रौशनी से अब फर्क नहीं पड़ता,
क्योंकि तेरी यादों में ही रात कट जाती है। 🌙💔

रातों का सन्नाटा तुझसे शिकायत करता है,
तेरी जुदाई का दर्द मुझसे इजहार करता है। 😢💫

रात के सन्नाटे में तेरी यादें और गहरी हो जाती हैं,
और दिल में दर्द और भी बढ़ जाता है। 🌠💔

तेरे बिना हर रात वीरान लगती है,
Good Night की चुप्पी अब पहचान लगती है। 💔

हर रात चुपचाप तकिए से लिपटकर रोता हूँ,
तेरी यादों से खुद को जला देता हूँ। 💔🌙

रात के सन्नाटे में अब और दर्द होता है,
जैसे दिल की गहराई में तेरा नाम खो जाता है। 🌙😭

दिल में दर्द है और आँखों में पानी,
रात की तन्हाई में तुझे याद कर रहा हूँ। 😢🌙

अब Good Night कहने का वक़्त नहीं,
तेरी यादों से लड़ने का समय है। 💔

अब Good Night कहने का दिल नहीं करता,
क्योंकि तू सुनती ही नहीं। 💔

अब तो अंधेरे भी अच्छे लगते हैं,
क्योंकि उजाले में तेरा चेहरा याद आता है। 💔🌙

दिल की गहराई में कुछ तो बात है,
रात को तेरी यादों में कुछ खास है। 🌌💔

रात की खामोशी में तुझे याद करता हूँ,
तेरे बिना हर रात अधूरी सी लगती है। 🌙💔

मेरी तन्हाई से पूछो कितना दर्द है,
तेरी यादों का हर रात एहसास होता है। 💔🌙

जब नींद से ज़्यादा तेरी याद सताए,
तो Good Night भी सिसकियों में समाए। 😢

अब Good Night कहना सिर्फ़ एक आदत है,
वरना दिल तो तुझसे बात करना चाहता है। 🌙

खामोश रातें दिल पर बोझ बन गईं,
तेरी यादें अब सांसें रोकने लगीं। 😞💫

तेरे बिना Good Night भी अधूरी है,
जैसे चाँद की रात बिना नूर के होती है। 😢

खामोश रातें भी अब दर्द देती हैं,
तेरी कमी हर लम्हा रुलाती है। 😢💫

रात को चाँद के संग तेरी कमी महसूस होती है,
दिल में तुम्हारी यादें और भी गहरी होती हैं। 🌠💔

चाँद अब मेरी रातें और भी अकेली कर देता है,
क्योंकि दिल में तेरी यादें और भी गहरी हो जाती हैं। 🌙💔

Good Night तेरे बिना अधूरा जज्बा है,
तेरे नाम से ही हर ख्वाब सजा है। 💔

Good Night अब तेरे बिना खामोश सी लगती है,
तेरा साथ ही था जो सब कुछ कहता था। 😢

सोने की कोशिश हर रोज करता हूँ,
मगर यादें तेरी सोने नहीं देतीं। 😢💔

तेरे ख्वाबों की तलाश में Good Night कह देता हूँ,
शायद नींद में ही सही, तुझे देख सकूं। 🌙

अब Good Night कहना मजबूरी है,
तेरी आवाज़ सुनना तो बस एक ख्वाहिश सी रह गई है। 🌙

यादों में खो जाने की आदत हो गई है,
रात को तुझे हर पल महसूस करने की सजा हो गई है। 🌙💔

तेरी यादों में अब हर रात डूब कर जीता हूँ,
और दिल में तन्हाई का गहरा खौफ होता है। 🌌💔

तेरे बिना हर रात सुनी लगती है,
Good Night कहने में भी उदासी झलकती है। 🌑

वो Good Night जो तू कहती थी,
अब तन्हाई कहती है। 🌙

दिल में तेरी यादों का दर्द अब और भी बढ़ जाता है,
और रात की खामोशी में वो और महसूस होता है। 🌙💔

Good Night एक आदत बन चुकी है,
वरना तेरे बिना नींद तो सालों से नहीं आई। 💔

रात को तेरी यादें और भी महसूस होती हैं,
दिल की गहरी तन्हाई अब और भी बढ़ जाती है। 🌠💔

चाँद की रौशनी से दिल अब और भी बुझ जाता है,
क्योंकि तेरी यादों में दिल डूब जाता है। 🌙💔

मेरी तन्हाई का कोई साथी नहीं,
बस तेरी यादें हैं और दर्द बेपनाह। 🌙💔

अब Good Night बस तन्हा रातों की शुरुआत है,
तेरे बिना हर ख्वाब की सिर्फ़ यादात है। 🌙

जब तू दूर हो,
तो Good Night भी सजा लगती है। 💔

हर रात Good Night कहकर चाँद को देखता हूँ,
शायद वो तुझसे मेरी बात करवा दे। 💔

तेरी यादें अब मेरे दिल में रात को और भी गहरी हो जाती हैं,
और अकेलेपन में दिल और भी ज्यादा टूटता है। 🌙💔

तेरी यादें अब रात को और भी महसूस होती हैं,
और दिल में हर खामोशी और गहरी होती है। 🌌💔

रातों की गहराई में तेरी कमी महसूस होती है,
तेरे बिना मेरी हर रात कुछ अधूरी सी लगती है। 💔🌙

मेरी हर रात अब वीरान लगती है,
तेरे बिना ये जिंदगी अधूरी लगती है। 💔🌙

रात को जब खामोशी का आलम होता है,
दिल में तेरी यादें और भी महसूस होती हैं। 🌙💔

हर रात तेरा ख्याल तड़पाता है,
तेरी यादों का साया सताता है। 😢💫

हर रात तेरी याद में जागता हूँ,
Good Night तेरे नाम करता हूँ। 🌑

रात को अकेले बैठ कर तेरी यादों का बोझ उठाना पड़ता है,
दिल में दफन क़िस्से और तेरे बिना जीना पड़ता है। 🌠😢

हर Good Night में तेरा नाम आता है,
पर तू कभी सुन नहीं पाता है। 🌙

अब Good Night की मिठास नहीं रही,
तेरे बिना ये भी उदासी में ढल गई। 😢

चाँदनी भी अब उदास लगती है,
Good Night की रौशनी में भी तेरी तलाश रहती है। 🌑

जब भी Good Night कहता हूँ,
दिल में खालीपन छा जाता है। 💔

तेरी यादों की बारिश में हर रात भीगता हूँ,
खुद को तन्हाई में बिखरता पाता हूँ। 💔🌙

तेरे बिना रातें अब और भी अंधेरी लगती हैं,
दिल में तेरी यादों का असर अब और भी गहरा हो जाता है। 🌙💔

दिल का दर्द अब रात की खामोशी में ही गहराता है,
और तेरे बिना हर चीज़ अधूरी लगती है। 🌠💔

जब तू ख्वाबों में भी नहीं आता,
Good Night का मतलब ही खो जाता। 🌙

अब तो तन्हाई ही मेरी साथी बन गई,
तेरी बेरुखी मेरी दुनिया जला गई। 😞💫

तू पास होते हुए भी दूर सा लगता है,
मेरे दिल की खामोशी में तेरा नाम सुनाई देता है। 😞🌙

Good Night Sad Shayari

जब आँखों में नींद नहीं होती,
तेरी यादें Good Night कह देती हैं। 🌙

तेरे बिना ये रातें भी खाली लगती हैं,
Good Night के लफ्ज़ भी बेरंग हो गए हैं। 😢

चाँद के बिना रात अधूरी सी लगती है,
वैसे ही तेरे बिना मेरी दुनिया अधूरी लगती है। 🌙💔

रातों की तन्हाई में कुछ सवाल उठते हैं,
क्या तू भी मुझे याद करती है या बस ख़ाली रातें रहती हैं? 💔🌙

चाँद की रौशनी में तेरा ख्याल है,
रात की तन्हाई में यही सवाल है। 🌙💔

तकिये से लिपटकर रोता हूँ,
तेरी जुदाई में रातभर सोता हूँ। 😢💔

अब चाँद भी मेरा हमदर्द बन गया है,
तेरी यादों में हर रात मेरे साथ जागता है। 😢💫

हर रात तुझसे मिलने का इंतज़ार करता हूँ,
Good Night कहकर आँसूओं से सो जाता हूँ। 💔

तन्हाई की चादर में लिपटा हुआ हूँ,
Good Night कहकर खुद से छिपा हुआ हूँ। 🌑

तेरे बिना हर पल दिल भारी सा लगता है,
हर रात तुझे याद कर के दिल रोता है। 💔🌙

रात को सुकून की तलाश होती है,
लेकिन तेरी यादों की गहराई और भी बढ़ जाती है। 🌙💔

अब रातों को चाँद की रौशनी भी दिल को सुकून नहीं देती,
क्योंकि अब तेरे ख्यालों से रातें और भी तन्हा हो जाती हैं। 🌙💔

दिल में जब भी तेरी यादें ताज़ा होती हैं,
रात को वो खामोशी और भी गहरी होती है। 🌌💔

Good Night कहना अब मजबूरी है,
तू नहीं सुनती, ये सबसे बड़ी दूरी है। 💔

तेरी यादों से दिल भर जाता है,
हर रात तू याद आता है। 🌙😭

Good Night कहकर खुद को बहलाता हूँ,
तेरी यादों में हर रात खुद को खो जाता हूँ। 💔

रात को तेरी यादों का दर्द बढ़ जाता है,
दिल में तन्हाई का समंदर सा उभर जाता है। 🌌😢

तुझसे दूर Good Night कहना भी झूठ लगता है,
तेरे बिना तो सब कुछ रूठ सा लगता है। 😢

चाँद की रौशनी भी अब फीकी सी लगने लगी है,
क्योंकि तेरी यादों की क़ीमत दिल में बढ़ने लगी है। 🌙💔

चुपचाप तेरी तस्वीर से बात करता हूँ,
Good Night कहकर फिर रो लेता हूँ। 💔

चाँद की रौशनी में अब मुझे तेरी यादें ही दिखती हैं,
और दिल में तन्हाई की गहराई भी बढ़ जाती है। 🌙💔

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Good Night कहने से पहले आँखें भर आती हैं,
तेरे बिना नींद भी डराती है। 😢

चाँद भी अब और भी मायूस सा लगता है,
जैसे वो भी मेरे दिल की तन्हाई को समझता है। 🌙💔

मेरी हर रात तुझसे मिलने को तड़पती है,
तेरी यादें मेरी नींदें चुरा लेती हैं। 💔🌙

रात को चाँद की चाँदनी अब उदास सी लगती है,
जैसे वह भी मेरे दिल के दर्द को महसूस करती है। 🌙💔

Good Night कहने से कुछ नहीं होता,
जब जवाब में तेरा खामोश चेहरा होता। 💔

अब Good Night में तेरी हँसी नहीं सुनाई देती,
बस खामोशियां ही सुनाई देती हैं। 😢

चाँद भी लगता है आज उदास सा,
जैसे वह भी जानता हो दिल की तन्हाई का राज़ सा। 🌙💔

जब तू साथ नहीं,
तो Good Night कहना भी ज़ख्म देता है। 💔

जख्मों को छुपाकर सोता हूँ,
पर दर्द रातभर जागता रहता है। 💔🌙

जब तक तू साथ था, Good Night भी सुकून था,
अब हर रात बस आहें और खामोशी है। 🌑

अश्कों की बारिश में हर रात भीगता हूँ,
तेरे लौटने की उम्मीद में जागता हूँ। 😢💫

तेरी यादों में हर रात डूब कर सो जाता हूँ,
और फिर अकेलेपन में खुद को खो जाता हूँ। 🌙💔

Good Night की मिठास अब दर्द में बदल गई है,
तेरे बिना हर रात सज़ा बन गई है। 😢

अब Good Night का मतलब सिर्फ तन्हाई है,
तेरी यादों में डूबी एक गहराई है। 🌙

हर रात Good Night कहता हूँ तेरी तस्वीर को,
दिल से अब भी तुझसे मोहब्बत करता हूँ। 💔

तेरा नाम लबों पे आते ही आँसू छलक पड़ते हैं,
रातभर तेरी यादों के साये में जलते हैं। 💔🌙

रातों को सुकून ढूंढता हूँ मैं,
फिर तेरी यादों में खो जाता हूँ मैं। 🌠💔

तेरी यादों का साया Good Night से पहले आ जाता है,
और फिर दिल को रोने पर मजबूर कर जाता है। 🌑

तेरे बिना अब रातें और भी बोरिंग सी हो जाती हैं,
दिल में तेरी यादें अब और भी गहरी हो जाती हैं। 🌠💔

दिल में तेरा ख्याल अब हर रात और गहरा होता है,
चाँद की रौशनी भी अब और फीकी लगती है। 🌙💔

तन्हाई का एहसास रात में और गहरा हो जाता है,
दिल में सिर्फ तेरा ही ख्याल होता है। 🌙💔

चाँद को देख कर अब तुझे याद करता हूँ,
रात की तन्हाई में खुद से ही लड़ता हूँ। 🌙💔

नींद से लड़कर हर रात जागता हूँ,
तेरे बिना खुद को अधूरा पाता हूँ। 💔🌙

दिल में जब भी तुझे याद किया,
रात की खामोशी में वो दर्द और बढ़ गया। 🌠😢

तेरी यादों के साये में मैं हर रात खो जाता हूँ,
तेरे बिना यह दिल वीरान सा लगता है। 💔🌙

रात को तेरे बिना सोने का मन नहीं करता,
दिल में तेरे ख्यालों का अकेलापन बढ़ता जाता है। 🌠💔

चाँद भी अब चिढ़ाने लगा है,
तेरी यादों का जख्म गहरा करने लगा है। 💔🌙

तेरे बिना Good Night का कोई मतलब नहीं,
तेरी हर बात में अब सन्नाटा बसता है कहीं। 😢

तुम बिना रातें अधूरी सी लगती हैं,
दिल में गहरी तन्हाई सी घटती हैं। 🌠💔

तन्हाई की आदत पड़ गई अब,
तेरी बेवफाई की सजा सह रहा हूँ। 💔🌙

रात की खामोशी में एक दर्द छुपा है,
दिल में तुम्हारी यादों का राज़ छुपा है। 🌌💔

दिल में तेरा नाम लिखा होता है,
रात को ख्वाबों में फिर वही एहसास होता है। 🌌💔

तेरी यादें और चाँद की चाँदनी, दोनों अब मेरी रातों में शामिल हैं,
दिल में दर्द और गहरा होता जा रहा है। 🌙😢

तू होती तो कुछ और बात होती,
अब Good Night भी तन्हा लगती है। 🌙

तू जब तक साथ था,
Good Night भी सुकून था। अब सिर्फ़ तन्हाई है। 💔

जरा सी देर हो जाती है तुझसे मिलने की,
फिर रातों में अकेले तुझे याद करता हूँ। 😢🌙

तेरी यादों में ही रात गुजरती है,
सुबह होने का इंतजार रहता है। 💔🌙

चाँद भी अब तो उदास सा लगता है,
जैसे उसे भी तेरी कमी का अहसास होता है। 🌙😞

Good Night कहने का हक खो चुका हूँ शायद,
अब तो खामोशियां ही सुकून देती हैं। 😢

चाँदनी रातों में तन्हाई सताती है,
तेरी यादें हर पल रुलाती हैं। 🌙💔

तेरा नाम लबों पर आता है,
पर तेरा चेहरा अब ख्वाबों में भी नहीं आता। 💔🌙

हर रात बस तुझे Good Night कहने का इंतज़ार रहता है,
तू सुने या न सुने, पर दिल को सुकून रहता है। 🌑

तेरी हँसी याद आती है हर रात,
Good Night कहकर रो लेता हूँ। 😢

Good Night तेरे बिना अब अधूरा लगता है,
रातें भी अब बेवजह लगती हैं। 🌙

चाँद की रौशनी में तेरे बिना अब सब कुछ अधूरा सा लगता है,
और दिल में तेरी यादें हर रोज़ और गहरी हो जाती हैं। 🌙💔

रात को तेरा ख्याल अब और भी गहरा हो जाता है,
और दिल में तन्हाई और भी महसूस होती है। 🌠💔

तू नहीं तो ये रात भी अधूरी लगती है,
Good Night तक तन्हाई से डरी लगती है। 💔

रात को तेरी यादें और भी बढ़ जाती हैं,
दिल में तन्हाई और गहरी हो जाती है। 🌌💔

तेरे बिना Good Night एक सज़ा सी लगती है,
हर लम्हा तेरी कमी महसूस कराती है। 🌑

रात का वक्त और तेरी यादें दोनों ही अब दिल को तोड़ देते हैं,
चाँद की चाँदनी में भी अब तन्हाई छुपी रहती है। 🌙💔

ख्वाबों में भी तू नहीं आता,
Good Night का मतलब ही नहीं रह जाता। 🌙

चाँद की रौशनी अब अजनबी सी लगती है,
और दिल में तेरी यादें और भी गहरी हो जाती हैं। 🌙💔

तुझे भुलाने की कोशिश में हर रात जागता हूँ,
पर तेरी यादों का चिराग नहीं बुझता। 💔🌙

ख्वाबों में भी अब तेरा चेहरा नहीं दिखता,
Good Night कहूं भी तो किससे? 🌙

चाँद की चाँदनी अब मेरी रातों में और भी ज्यादा तन्हाई लाती है,
दिल में तेरी यादें और भी गहरी हो जाती हैं। 🌙💔

रात को तेरी यादों में डूबकर सो जाता हूँ,
लेकिन फिर भी कुछ कमी सी महसूस करता हूँ। 🌙💔

आँखें बंद करते ही तेरी याद आती है,
Good Night कहकर फिर एक रात कट जाती है। 🌙

जब तू पास नहीं होती,
Good Night की दुआ भी अधूरी लगती है। 💔

अधूरी रह गई जो कहानी हमारी,
वो हर रात मुझे तड़पाती है। 😢💫

कोई नहीं जो मेरी तन्हाई को समझे,
तेरी जुदाई हर रात को दर्द दे। 💔🌙

कोई नहीं जो मेरी तन्हाई को समझे,
तेरी यादें ही अब मेरी दुनिया हैं। 💔🌙

जब भी तुझे सोचता हूँ,
दिल की उदासी और गहरी हो जाती है। 😞💫

चाँद भी अब मेरा दोस्त नहीं,
तेरे बिना सब सूना-सूना लगता है। 😢💫

अश्क बनकर ढल जाती हैं यादें,
रातभर दिल तेरा नाम दोहराता है। 😢💔

रात को जब तन्हाई बढ़ती है, तब तेरी यादें और भी उभर आती हैं,
दिल में अब और ज्यादा खामोशी घेरने लगती है। 🌠💔

अब कोई ख्वाब भी सुकून नहीं देता,
तेरी यादें हर रात दर्द ही देती हैं। 💔🌙

हर रात Good Night कहकर खुद को बहलाता हूँ,
पर दिल अब भी तुझसे मिलने को चाहता है। 😢

चुपचाप Good Night बोलते हैं तस्वीर को,
दिल तो बस तुझसे बात करना चाहता है। 😢

जब भी तुझे सोचता हूँ,
दिल की उदासी और बढ़ जाती है। 😢💫

जब तू दूर है,
तो Good Night भी दर्द में डूबा है। 🌑

Good Night कह दूं दिल से,
पर तू सुनता ही नहीं। 😢

रात को दिल में तेरी यादें और भी गहरी हो जाती हैं,
चाँद भी अब मेरे अकेलेपन को समझने लगता है। 🌙💔

चाँद से कहो अब मेरे पास न आए,
तेरी यादों का अंधेरा काफी है। 💔🌙

तेरी यादों का समंदर हर रात बहता है,
Good Night कहकर बस तुझसे लिपटने का मन करता है। 💔

जब से तू गया है,
Good Night भी एक सज़ा बन गई है। 💔

दिल तड़पकर रो पड़ता है,
जब रात को तेरा नाम पुकारता है। 💔🌙

तेरी यादों में हर रात डूब जाता हूँ,
और फिर अकेलेपन में खुद को खो जाता हूँ। 🌙💔

रात की खामोशी में अब तेरी यादें और भी महसूस होती हैं,
और दिल में तन्हाई का असर और भी बढ़ जाता है। 🌠💔

तन्हाई में तेरी यादों का क्या किया जाए,
दिल में जो खलिश है, उसे कैसे समझा जाए। 🌙💔

तेरे बिना हर अल्फाज़ सूना लगता है,
Good Night भी अब झूठा सा लगता है। 😢

तेरी यादों में मैं खो जाता हूँ,
फिर भी दिल में तुझसे मिलने की ख़्वाहिश जागता हूँ। 😢🌙

नींद में भी तू दूर लगता है,
तेरे बिना रातें फिर भी अधूरी लगती हैं। 😔🌙

अब रात को तन्हाई से डर लगता है,
जैसे दिल में सिर्फ दर्द और खालीपन रह जाता है। 🌙💔

कभी चाँद भी तुझसे मिलने का जरिया था,
आज वही मेरी तन्हाई का सबब बन गया। 😞💫

अब Good Night की दुआ भी अधूरी रह जाती है,
तेरे ख्यालों में ही रात गुज़र जाती है। 🌙

तू दूर है मगर एहसास बाकी है,
Good Night में तेरा नाम अभी भी बाकी है। 🌑

रातों की तन्हाई में बस तेरा नाम होता है,
Good Night भी तेरे बिना अधूरा सा होता है। 😢

दिल तो अब भी तुझे Good Night कहता है,
पर तू सुनता ही नहीं। 😢

तेरे ख्यालों में खो कर Good Night कह देता हूँ,
शायद तू भी मुझे याद कर रही हो। 💔

रातों की तन्हाई में तुझे सोचता हूँ,
सपनों में भी तेरे बिना हर रात वीरान लगता है। 💔🌙

दिल में तेरी यादों की चुप्प छिपी रहती है,
और रात को वो और भी गहरी हो जाती है। 🌠💔

जब तू थी तो Good Night प्यारा लगता था,
अब सिर्फ़ एक नाम सा रह गया है। 💔

रात की खामोशी में तेरा ख्याल आता है,
दिल में तुम्हारी यादें चुपके से बसा जाती हैं। 🌙😞

Good Night कहना आसान नहीं,
तेरे बिना ये रातें भी सुनी सी लगती हैं कहीं। 💔

चाँदनी रात में तेरा साया तक नहीं,
अब तन्हाई ही मेरी दुनिया बन गई। 💔🌙

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Good Night कहना भी अब अजीब लगता है,
तेरे बिना हर बात अधूरी सी लगती है। 💔

Good Night कहकर हर रात रो लेते हैं,
तेरी यादों में फिर खो जाते हैं। 😢

अब रातें सिर्फ इंतजार में बीतती हैं,
तेरे ख्यालों के बीच दिल सर्द हो जाता है। 🌌💔

तू जो Good Night कहती थी,
अब वो मीठे पल ही याद आते हैं। 💔

अब Good Night कहने का दिल नहीं करता,
क्योंकि अब कोई सुनने वाला नहीं। 😢

हर रात Good Night कहने का बहाना ढूँढता हूँ,
ताकि तेरी यादों में कुछ पल और बिता सकूं। 😢

तेरी आवाज़ के बिना Good Night अधूरी है,
तू सुन नहीं पाता ये मजबूरी है। 🌑

जब भी रात आती है, दिल और भी उदास हो जाता है,
तेरी यादों के बीच हर पल खो जाता है। 🌠😢

तुझसे बात किए बिना Good Night कहना,
जैसे बिना धड़कन के ज़िंदा रहना। 😢

रात को तेरी यादों से दिल टूट जाता है,
फिर खुद को अकेला महसूस कर जाता है। 🌠💔

हर रात तुझसे मिलने की उम्मीद करता हूँ,
Good Night कहकर फिर खुद को धोखा देता हूँ। 😢

जब भी रात होती है,
तेरी यादें फिर लौट आती हैं। 😢💫

तेरे बिना Good Night की रौशनी भी फीकी लगती है,
तेरा नाम अब भी हर शब्द में बसता है। 💔

Good Night में तेरी हँसी नहीं सुनाई देती,
बस आंसुओं की आवाज़ होती है। 😢

Good Night कहते हुए भी आंखें भीग जाती हैं,
तेरे बिना ये रातें उदास सी लगती हैं। 😢

तेरे बिना अब Good Night एक सपना है,
जो हर रात टूटकर रह जाता है। 😢

दिल में तेरी यादें हमेशा बनी रहती हैं,
रात की खामोशी में ये और भी महसूस होती हैं। 🌠💔

Good Night अब वो मिठास नहीं लाती,
जो तेरी बातों से आती थी। 😢

ख्वाबों में भी तू ही आती है,
पर हकीकत में तन्हाई सताती है। 😞💫

तेरी मुस्कान के बिना ये Good Night अधूरी लगती है,
तेरे बिना हर सुकून अधूरा सा लगता है। 😢

नींद आँखों से कोसों दूर है,
तेरी यादों का समंदर भरपूर है। 🌙💔

कोई ख्वाब अब सुकून नहीं देता,
हर रात तेरा नाम ही पुकारता है। 😢💫

जब तुम याद आते हो,
Good Night कहना भी एक सजा सी लगती है। 💔

जब तू कहती थी Good Night,
तब रातें भी रोशनी से भर जाती थीं। 😢

Good Night कहना भी अब दर्द देता है,
जब जवाब में खामोशी मिलती है। 😢

कोई नहीं जो मेरा दर्द समझ सके,
तेरी यादें हर रात बस रुला जाती हैं। 😢💫

रात की इस सन्नाटी में तुझसे बिछड़ने का ग़म,
दिल में हमेशा तुझे खोने का डर सा रहता है। 😞🌙

दिल में तेरी यादों का असर अब और ज्यादा बढ़ गया है,
और रात की खामोशी में वो और भी महसूस होता है। 🌌💔

Good Night कहते-कहते अब रो पड़ता हूँ,
तेरी कमी हर रात महसूस करता हूँ। 🌙

तेरे बिना ये Good Night भी बेअसर है,
तेरे बिना हर सुकून बेमानी है। 😢

चाँद की रौशनी में तेरी यादें चमकती हैं,
और दिल की खामोशी में अब और भी दर्द समाता है। 🌙💔

दिल की गहराई में कुछ दर्द है,
जो सिर्फ रात की तन्हाई में नजर आता है। 🌌😭

तेरी यादों का दिया हर रात जलता है,
मेरी तन्हाई में अंधेरा सा छा जाता है। 💔🌙

तेरी बातों के बिना रात अधूरी लगती है,
Good Night कहने का मन नहीं करता। 😢

हर रात तेरे ख्यालों में खो जाता हूँ,
और फिर उसी गहरे दर्द से जूझता हूँ। 🌌😢

रातें अब मेरी नहीं होतीं,
तेरी यादें इन्हें अपना बना चुकी हैं। 😞💫

एक याद, एक ख्वाब, और एक ग़म है,
हर रात तेरे बिना एक टूटता सा मन है। 😞🌙

जब से तुम दूर हुए हो, रातें अब बुरी लगने लगी हैं,
दिल की खालीपन को महसूस कर के जीने की आदत हो गई है। 🌌😢

तू Good Night कहती थी तो सुकून मिलता था,
अब तो बस खामोशी है। 😢

चाँद की रौशनी में तेरी यादों का आलम हो,
और दिल में तन्हाई का समंदर सा गहरा हो। 🌙😞

यादें तेरी नींद चुरा लेती हैं,
Good Night कहने का मौका भी नहीं देतीं। 🌑

तन्हाई में अब बातें किससे करूँ,
रातें लम्बी और तू दूर कहीं। 😞💫

तेरी बातें अब लोरी बन गई हैं,
नींद में भी बस तेरा नाम आता है। 💔🌙

तेरे बिना Good Night जैसे बिना तारे की रात,
सिर्फ़ अंधेरा और तन्हा जज़्बात। 💔

तेरी यादों से दिल को कुछ सुकून नहीं मिलता,
हर रात तेरे बिना और भी अकेला सा लगता है। 🌌😢

मेरी तन्हाई अब दोस्त बन गई है,
तेरी बेवफाई मेरी दुनिया बन गई है। 😞💫

तेरे बिना रातों में अब और भी तन्हाई महसूस होती है,
दिल में तेरी यादें और भी बढ़ जाती हैं। 🌠💔

चाँद को देख कर अब तुझे याद करता हूँ,
और फिर दिल में दर्द और भी बढ़ जाता है। 🌠💔

अब रात को चाँद भी उदास सा लगता है,
जैसे उसे भी मेरे दिल का दर्द महसूस हो जाता है। 🌙💔

अब Good Night बस तन्हा शब्द है,
जिसमें कोई उम्मीद नहीं। 💔

रातों में अब चाँद भी मुँह छुपा लेता है,
शायद मेरे दर्द को महसूस करता है। 😞💫

तन्हा रातें बस तेरा इंतज़ार करती हैं,
Good Night की बजाय सिसकियाँ करती हैं। 🌑

तेरी यादें अब दिल में जलती हैं,
और हर रात वो दर्द और भी बढ़ता है। 🌙💔

चाँद की रौशनी से अब वो सुकून नहीं मिलता,
जब दिल में तेरे बिना हर रात का खलिश चलता। 🌙💔

नींद नहीं आती अब वैसी,
Good Night में तेरी यादें आती हैं जैसी। 🌙

चाँदनी से कह देता हूँ तुझे Good Night कहना,
क्योंकि अब तुझसे बात करने का हक नहीं रहा। 🌙

नींद मेरी आँखों से दूर चली गई,
जब से तू मुझसे दूर चली गई। 😞💫

रात को जब चाँद की रौशनी फैलती है,
दिल में तेरी यादें और भी गहरी हो जाती हैं। 🌙💔

चाँद से कहता हूँ तुझे Good Night बोल दे,
क्योंकि अब मेरा हक नहीं रहा। 💔

जब तू ख्वाबों में नहीं आता,
Good Night भी दर्द दे जाता है। 😢

तेरी यादों की चुप्प है दिल में बस,
रात के सन्नाटे में मैं खुद से बात करता हूँ। 💔🌙

तू होता तो कुछ और बात होती,
Good Night में भी तेरी सौगात होती। 💔

चाँद की चाँदनी अब और भी फीकी लगने लगी है,
क्योंकि तेरी यादों के सामने सब कुछ बेकार हो जाता है। 🌌💔

जब तू साथ नहीं होता,
Good Night भी दर्द दे जाता है। 🌙

आँसुओं की बारिश रातभर होती है,
तेरी यादों की तपिश अब और नहीं सहनी। 💔🌙

तू होता तो ये Good Night कुछ खास होती,
तेरे बिना तो बस दर्द ही साथ होती। 😢

चाँद की चाँदनी में तेरी यादें रोशनी हैं,
लेकिन दिल की वीरानी में तेरे बिना अंधेरा सा लगता है। 💔🌙

तेरी यादें दिल में सजी हुई होती हैं,
रात को अकेले में ये और भी गहरी होती हैं। 🌙😞

चाँद अब मेरी रातें और भी उदास कर देता है,
क्योंकि दिल में तेरी यादें और गहरी हो जाती हैं। 🌙💔

तेरी यादों से जूझते-जूझते Good Night कहना भी भूल जाते हैं,
पर दिल अब भी तुझे ही ढूंढता है। 💔

अब तो नींद भी मुझसे रूठ गई,
जब से तू मेरी दुनिया छोड़ गई। 😞💫

जब तू पास नहीं,
तो Good Night में भी सन्नाटा गूंजता है। 😢

Good Night कहकर खुद को संभालता हूँ,
दिल के ज़ख्मों को मुस्कान से ढँकता हूँ। 💔

तेरे बिना नींद नहीं आती,
Good Night में भी बेचैनी साथ चलती है। 💔

हर रात Good Night कहकर तेरी कमी पूरी करने की कोशिश करता हूँ,
पर वो जगह कोई और भर नहीं सकता। 🌙

रात को तेरी यादों में डूब कर जीता हूँ,
और फिर उस दर्द से खुद को निकालने की कोशिश करता हूँ। 🌙💔

रातें अब भी आती हैं,
मगर चैन की नींद नहीं आती। 💔🌙

तेरे ख्यालों में हर रात कट जाती है,
Good Night कहने की भी हिम्मत नहीं होती। 💔

जब तू था तो Good Night एक तोहफा था,
अब सिर्फ़ तन्हाई का सिलसिला सा लगता है। 😢

चाँद की रौशनी से भी अब कोई फर्क नहीं पड़ता,
जब दिल की वीरानी में तेरा नाम नहीं सुनाई देता। 🌙💔

रातों को नींद नहीं आती अब पहले जैसी,
तेरी यादें सोने नहीं देतीं वैसी। 😢

मेरी तक़दीर में अब बस दर्द ही दर्द है,
तेरी यादों से भरी हर एक रात है। 💔🌙

जब तू पास नहीं,
तो Good Night भी तन्हाई दे जाती है। 😢

रात को चाँद की रौशनी अब और भी फीकी लगती है,
क्योंकि दिल में तेरी यादें और भी गहरी हो जाती हैं। 🌠💔

तन्हाई की चादर ओढ़ कर सो जाते हैं,
Good Night कहकर आंसू बहा जाते हैं। 🌑

कोई नहीं अब जो मेरा हाल पूछे,
रातें भी मेरी तक़दीर से रूठ गईं। 😞💫

दिल अब सोने से डरता है,
तेरी जुदाई का हर ख्वाब तड़पाता है। 😞💫

रात के सन्नाटे में सिर्फ़ तेरा नाम सुनाई देता है,
Good Night कहकर तुझसे मिलने की उम्मीद रहती है। 🌑

तेरे बिना यह रातें सूनसी लगती हैं,
दिल की दराजों में सिर्फ यादें ही बसी रहती हैं। 💔🌙

तेरे बिना अब चाँद भी उदास लगता है,
Good Night की चुप्पी बहुत खास लगती है। 🌑

मेरा हाल देखकर ये रातें भी रोती हैं,
तेरी जुदाई का जहर हर रात पीता हूँ। 😢💫

तन्हा रातें तुझे याद करके कटती हैं,
Good Night में तेरी सूरत बसती है। 💔

Good Night तेरे बिना फीका लगता है,
तेरे बिना दिल भी रोता है। 💔

तेरे बिना Good Night कहना मजबूरी है,
वरना नींद तो बहुत दूर है। 😢

आज फिर Good Night कहने की हिम्मत नहीं,
तेरी यादों ने दिल को थाम रखा है कहीं। 💔

तू होती तो कुछ और बात होती,
अब Good Night में भी सिसकियां होती हैं। 💔

तुझसे मिलकर फिर वो पल कभी न आये,
यादों के साये में हर रात खो जाते हैं। 💔🌙

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Good Night कहकर हर रात तुझसे दूर हो जाता हूँ,
पर ख्वाबों में तुझे हर बार करीब पाता हूँ। 😢

चाँद की रौशनी भी अब तेरे बिना अधूरी लगती है,
जैसे रात भी तेरी यादों से भरी हो जाती है। 🌙😢

रात को चाँद की चाँदनी अब उदास सी लगती है,
जैसे वह भी मेरे दिल का दर्द समझती है। 🌙💔

हर रात Good Night कहकर टूट जाता हूँ,
तेरे ख्यालों में कहीं खो जाता हूँ। 🌑

आँखें बंद करता हूँ तो तेरा अक्स दिखता है,
खोलता हूँ तो फिर तन्हाई घेर लेती है। 😢💫

जो मोहब्बत में बिछड़ जाते हैं,
रातें उनकी भी कभी नहीं कटतीं। 💔🌙

तेरी यादें दिल में और भी ताज़ा हो जाती हैं,
जब रात का सन्नाटा और भी गहरा हो जाता है। 🌌💔

हर रात Good Night कहकर तुझे पुकारता हूँ,
पर तू कभी सुनती ही नहीं। 💔

तन्हा रातें, तन्हा ख्याल,
Good Night कहकर दिल हो जाता बेहाल। 🌑

जब तू था,
Good Night में भी जिंदगी बसती थी। अब नहीं। 🌙

अधूरी मोहब्बत का दर्द गहरा होता है,
रातभर आँसुओं में बहा करता है। 😞💫

रात को चाँद भी अब अजनबी सा लगता है,
जैसे उस में भी तेरी कमी का अहसास होता है। 🌌😢

तेरे बिना अब हर Good Night बेरंग है,
तेरा साथ ही तो सबसे प्यारा पल था। 💔

Good Night के लफ्ज़ भी अब तुझसे रूठ गए हैं,
तेरी खामोशी ने सब कुछ छीन लिया है। 💔

खामोश रातें दर्द की सौगात दे जाती हैं,
तेरी यादें बस रुलाने ही आती हैं। 💔🌙

मेरी हर रात अब अधूरी लगती है,
तेरे बिना ये जिंदगी सूनी लगती है। 💔🌙

दिल में जब यादें तेरी ताज़ा होती हैं,
रात को वो खामोशी और भी गहरी होती है। 🌙💔

मेरी तन्हाई अब मेरी पहचान बन गई,
तेरी बेवफाई मेरी दुनिया लूट गई। 😢💫

अब Good Night सिर्फ़ एक रस्म रह गई है,
तेरी यादों में खोना ही आदत बन गई है। 😢

दिल में जो दर्द है, वह सिर्फ रात को समझ आता है,
जब तेरी यादें मुझसे बात करती हैं। 🌙💔

तुझसे बिछड़कर हर रात तन्हा गुज़रती है,
Good Night कहने की हिम्मत नहीं होती। 💔

कभी जो आँखें बंद करूँ,
तेरी यादें और ज्यादा तड़पा देती हैं। 💔🌙

हर रात आँसू बनकर गिरता हूँ,
तेरी यादों में सिसकता हूँ। 😢💫

हर रात तेरी यादों में डूब जाते हैं,
Good Night कहकर फिर तन्हाई में खो जाते हैं। 🌑

चाँदनी रातें अब अच्छी नहीं लगतीं,
जब से तू पास नहीं होती। 🌙💔

Good Night कहना भी अब बोझ लगता है,
जब तेरा जवाब नहीं आता है। 💔

तेरी यादों में डूब कर Good Night कहना,
जैसे जख्मों पर मरहम लगाना। 🌑

हर रोज़ तेरी यादों की पनाह में सो जाते हैं,
Good Night कहकर आंसुओं से तकिया भिगो जाते हैं। 💔

तेरे बिना हर बात अधूरी है,
Good Night तक में अब दूरी है। 😢

हर रात तेरे बिना सोना मुश्किल सा लगता है,
दिल की गहरी खामोशी अब और भी भारी लगता है। 🌙💔

इस तन्हा रात ने मुझसे पूछा,
क्यों हर रात तेरा दिल रोता है? 😢💫

हर रात उम्मीद करता हूँ तेरा ख्वाब आए,
Good Night कहकर टूटे दिल को बहलाए। 😢

दिल अब तन्हाई का आदी हो चला है,
तेरी यादों का जहर हर रात पीता हूँ। 😢💫

हर रात तेरा नाम लिखता हूँ,
सुबह होते ही आँसू से मिटा देता हूँ। 😢💫

अब रात को चाँद की रौशनी भी फीकी लगती है,
क्योंकि तेरी यादें दिल में और भी गहरी होती हैं। 🌙💔

चाँदनी भी अब बुझी-बुझी लगती है,
तेरे बिना ये दुनिया अधूरी लगती है। 💔🌙

चाँद की रौशनी में तेरी यादें और भी बढ़ जाती हैं,
दिल में गहरी तन्हाई अब और महसूस होती है। 🌙💔

तेरी यादें ही अब Good Night बन गई हैं,
हर रात तुझसे मिलने की दुआ बन गई हैं। 🌑

अब चाँदनी भी जलाने लगी है,
तेरी जुदाई हर रात रुलाने लगी है। 😞💫

Good Night अब भी कहता हूँ,
पर जवाब सिर्फ़ खामोशी होती है। 🌑

तकिए में छुपा लिया दर्द मैंने,
तेरी यादों से अब बातें करता हूँ। 😞💫

जब भी रात होती है,
तेरी यादों की धूप मुझे झुलसा देती है। 😞💫

अकेलेपन का अहसास गहरे दिल में उतरता है,
और चाँद की चाँदनी भी अब उतनी प्यारी नहीं लगती है। 🌙😞

जब तक तू थी, Good Night प्यारा लगता था,
अब तो ये शब्द भी बोझ सा लगता है। 🌑

तेरी यादों में ही अब रातें बितानी पड़ती हैं,
और दिल के खालीपन को ही सहना पड़ता है। 🌠💔

दिल को समझाते हैं Good Night कहकर,
पर तन्हाई की चोट बहुत गहरी है। 🌙

अब Good Night की दुआएँ अधूरी सी लगती हैं,
तेरे बिना सब खामोश सा लगता है। 💔

अब Good Night कहने का मन नहीं करता,
तेरे बिना तो ख्वाब भी अधूरे हैं। 💔

तेरी यादों में खोकर रातें सर्द हो जाती हैं,
और दिल में छुपा हुआ दर्द और भी महसूस होने लगता है। 🌙💔

रात की खामोशी में एक दर्द छुपा है,
जैसे दिल में तेरा नाम बिना कहे रुका है। 🌌💔

दिल में तेरी यादें हर रात और गहरी हो जाती हैं,
और चाँद की चाँदनी अब और भी फीकी लगने लगती है। 🌙💔

हर रात Good Night कहकर तुझसे मिलने की दुआ करता हूँ,
पर तेरा ख्वाब भी नहीं आता। 😢

तेरे बिना रात भी अजीब सी लगती है,
Good Night में भी सिसकियों की सदा होती है। 💔

चाँद को देख कर तेरी यादों का ख्याल आता है,
पर दिल में कुछ ग़म सा समा जाता है। 😔🌙

तू नहीं तो Good Night भी रुला देती है,
तेरी यादों में ये रातें भी सज़ा देती हैं। 🌙

तू जो हर रात साथ होता था,
अब Good Night में बस तन्हाई रह गई है। 😢

हर रात तुझसे मिलने का बहाना बनता है,
Good Night कहकर फिर से तन्हा हो जाता हूँ। 😢

हर Good Night अब एक दर्द की तरह चुभती है,
तेरे बिना ये रातें अब डरावनी सी लगती हैं। 🌑

तुझे याद कर-कर के Good Night कहता हूँ,
पर जवाब अब भी खामोशी है। 💔

Good Night अब सिर्फ़ आँखों में आंसू लाती है,
तेरे बिना हर रात और भी ज़्यादा तन्हा बन जाती है। 💔

तेरी यादें अब मुझे सोने नहीं देती,
और दिल में तन्हाई और भी बढ़ जाती है। 🌌😢

रात की खामोशी कुछ कहती है,
जैसे दिल में गहरी तन्हाई है। 🌙💔

तेरी यादों में खो जाने का दिल करता है,
और फिर तेरे बिना जीने की आदत हो जाती है। 🌙💔

तन्हाई का दर्द सिर्फ रातों को महसूस होता है,
जब दिल में तुम होते हुए भी दूर होते हो। 🌙💔

Good Night कहना तो बस एक तरीका है,
दिल का दर्द छुपाने का तरीका है। 🌙

चाँद की रौशनी अब तेरे बिना और भी फीकी लगती है,
दिल में तेरी यादें हर रोज़ और गहरी हो जाती हैं। 🌙💔

हर Good Night में तेरा नाम लिखता हूँ,
तेरे जवाब की आस लिए सो जाता हूँ। 😢

तुम्हारी यादों में डूब कर सो जाता हूँ,
तेरी यादों का बोझ भी हर रात सहता हूँ। 💔🌙

तुमसे दूर रहने का दर्द बहुत है,
रात में ये ख्याल और भी गहरा होता है। 🌙💔

हर रात तेरे ख्यालों में खो जाता हूँ,
और फिर खुद को बहुत अकेला पाता हूँ। 🌌😢

तेरी यादें रात को दिल में और भी गहरी हो जाती हैं,
और चाँद की चाँदनी में मेरी तन्हाई और महसूस होती है। 🌙💔

हर रात तेरे बिना वीरान सी लगती है,
तेरी यादें मेरी रूह तक जलाती हैं। 💔🌙

चाँद भी अब तेरी यादों से खामोश सा लगता है,
जैसे वह भी मेरे दिल के दर्द को समझता है। 🌙💔

चाँद को देख कर अब मुझे सिर्फ तेरा ख्याल आता है,
और दिल में तेरी यादों का दर्द और भी बढ़ जाता है। 🌠💔

चाँद की रौशनी में अब तेरी यादें और भी गहरी हो जाती हैं,
दिल में तन्हाई का अहसास और भी बढ़ जाता है। 🌠💔

रात को तेरी यादों में खो जाने का दिल करता है,
और फिर अपने अकेलेपन में और भी घिर जाता हूँ। 🌌💔

अब Good Night एक झूठी रस्म सी लगती है,
तेरे बिना कोई बात सच्ची नहीं लगती है। 💔

रातों में तेरा चेहरा याद आता है,
Good Night कहकर आंसुओं में बह जाता है। 💔

दिल में दर्द है, फिर भी मैं सो जाता हूँ,
तेरी यादों के सहारे रातें बिताता हूँ। 😢🌙

जब तू पास नहीं,
तो Good Night भी खाली सा लगता है। 🌙

जब भी Good Night कहता हूँ,
दिल रो देता है चुपचाप। 😢

तेरी यादें मेरा साया बन गई हैं,
रात के अंधेरे में और गहरा हो जाती हैं। 💔🌙

दिल में तेरी यादों के बिना अब रातें अधूरी लगती हैं,
और चाँद की रौशनी अब और भी मायूस लगती है। 🌙💔

अब कोई Good Night कहने वाला नहीं,
रातें भी खामोश सी लगती हैं। 🌙

तेरी यादों में खो जाने की आदत हो गई है,
अब रातों को तन्हाई से बहुत डर लगता है। 🌠💔

तेरे बिना अब रातें और भी तन्हा हो जाती हैं,
और दिल में तेरी यादें और भी गहरी हो जाती हैं। 🌠💔

ये रातें भी अब मेरी नहीं रहीं,
जब से तेरी मोहब्बत छीन ली गई। 😞💫

नींद क्या है, अब तो ग़मों से दोस्ती हो गई है,
Good Night की जगह आंसू ले आए हैं। 🌑

ख्वाबों में भी अब तेरा आना नहीं होता,
तेरी जुदाई का ग़म हर रात नया होता। 😞💫

तुझसे दूर होकर हर Good Night रुलाती है,
तेरे बिना अब रातें भी बेमानी लगती हैं। 😢

Good Night की सादगी भी अब बोझ लगती है,
तेरे बिना हर लम्हा सुना लगता है। 💔

चाँद की रौशनी में अब तेरा चेहरा झलकता है,
दिल में तेरी यादें और भी गहरी हो जाती हैं। 🌙💔

तू ख्वाबों में नहीं आती अब,
Good Night कहकर बस खुद से लड़ते हैं। 😢

चाँद की रौशनी अब तेरे बिना फीकी लगती है,
क्योंकि दिल में तेरी यादों का असर और भी गहरा होता है। 🌙💔

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