रात की दर्द भरी शायरी

रात की दर्द भरी शायरी

चाँदनी रातों में भी अंधेरा सा लगता है,
तेरी यादों का साया अब हर जगह रहता है। 💔🌙

रातों की तन्हाई में दर्द बढ़ जाता है,
तेरी यादों का कारवां दिल से गुज़र जाता है। 😞💫

हर रात खामोशियों में सिसकते रहते हैं,
तेरी यादों से अब कैसे बच सकते हैं? 💔🌙

तारों की रौशनी में भी अंधेरा सा लगता है,
रातें अब बस तेरी यादों का मंजर बनती हैं। 😢💫

नींद से अब कोई रिश्ता नहीं रहा,
तेरी यादों ने हमें हर रात जगाया है। 💔🌙

चाँद भी अब सवाल करने लगा है,
रातों को तुम क्यों जागते रहते हो? 😞💫

हर रात बस आंसुओं का समंदर होता है,
दिल के जख्मों का कोई इलाज नहीं होता। 💔🌙

तन्हा रातों में दिल और भी उदास होता है,
तेरी यादों से अब कोई राहत नहीं मिलती। 😢💫

चाँद भी अब बुझा-बुझा सा लगता है,
रातों में तेरी कमी और गहरी हो जाती है। 💔🌙

रातें आती हैं मगर नींद नहीं आती,
तेरी यादें हर ख्वाब में दस्तक देती हैं। 😞💫

आसमां के सितारे भी अब उदास लगते हैं,
तेरी यादों में दिल हर रात रोता रहता है। 💔🌙

तन्हाई में जब रात ढलती है,
तेरी यादें और भी गहरी होती हैं। 😢💫

हर रात आँखों में तेरी तस्वीर बसती है,
दिल तुझे देखे बिना चैन नहीं पाता। 💔🌙

रात की चुप्पी में सिसकते हैं हम,
तेरी यादों के साए में कटती हैं घड़ियां। 😞💫

चाँदनी भी अब फीकी लगती है,
जब से तुम मुझसे दूर हो गए। 💔🌙

तन्हा रातों में दिल बेकरार रहता है,
तेरी यादों की आहट हर ओर रहती है। 😢💫

चुपचाप ये रातें भी मुझसे सवाल करती हैं,
तेरे बिना जीना कैसे मुमकिन होगा? 💔🌙

हर रात तेरा नाम दिल में गूंजता है,
तेरी कमी हर लम्हा महसूस होती है। 😞💫

चाँद को देखकर तेरा अक्स नजर आता है,
रातें अब बस आंसुओं की मेहमान हो गई हैं। 💔🌙

गहरी रातों में सन्नाटा ज्यादा चुभता है,
तेरी यादों का दर्द और भी बढ़ जाता है। 😢💫

रातों का साया अब डराने लगा है,
तेरी बेरुखी का दर्द और सताने लगा है। 💔🌙

अंधेरी रातों में तेरी यादें चुपके से आ जाती हैं,
दिल के जख्म फिर से हरे कर जाती हैं। 😞💫

नींद की दहलीज पर तेरा नाम लिख दिया है,
हर रात तुझे याद करके जागते रहते हैं। 💔🌙

चाँद भी मेरी उदासी देखकर छिप जाता है,
रातें अब पहले जैसी खूबसूरत नहीं लगतीं। 😢💫

खामोश रातें भी अब दर्द दे जाती हैं,
तेरे बिना हर लम्हा भारी सा लगता है। 💔🌙

चाँद से पूछो मेरी बेचैनी का सबब,
रातें अब बस आंसुओं में डूबी रहती हैं। 😞💫

तन्हा रातों में दिल की सिसकियाँ सुनाई देती हैं,
तेरे बिना अब कुछ अच्छा नहीं लगता। 💔🌙

तेरी यादें मेरी हर रात का हिस्सा बन गई हैं,
अब तन्हाई से भी दोस्ती हो गई है। 😢💫

रातें अब पहले जैसी नहीं रहीं,
तेरी कमी हर लम्हा महसूस होती है। 💔🌙

मेरी बेचैनी को देख चाँद भी चौंक जाता है,
हर रात तेरी यादों का सिलसिला चलता है। 😞💫

अंधेरी रातों में भी तेरा नाम रोशन होता है,
तेरी यादें अब मेरी रौशनी बन गई हैं। 💔🌙

हर रात जब आसमां में चाँद चमकता है,
दिल तुझसे मिलने की दुआ करता है। 😢💫

खामोश रातें भी अब सवाल करने लगी हैं,
तेरे बिना ये जिंदगी अधूरी क्यों लगती है? 💔🌙

अब तो रातें भी मेरी तन्हाई से डरती हैं,
तेरे बिना सब अधूरा सा लगता है। 😞💫

सितारे भी अब बुझते नजर आते हैं,
तेरी यादों ने मेरी नींदें छीन ली हैं। 💔🌙

रात की तन्हाई में दिल और रोता है,
तेरी यादें हर पल मेरे करीब होती हैं। 😢💫

चाँद भी मेरी हालत पर आंसू बहाता है,
रातों का सन्नाटा मुझे और सताता है। 💔🌙

नींद अब मेरी आँखों से दूर रहती है,
तेरी यादों ने इसे अपना घर बना लिया है। 😞💫

तन्हा रातों में बस आंसू बहते हैं,
दिल के जख्म अब और गहरे लगते हैं। 💔🌙

हर रात का एक ही अफसाना है,
तेरी यादों में डूबकर बस जागते रहना है। 😢💫

रातों की तन्हाई में दिल उदास रहता है,
तेरी यादों का साया हर लम्हा मेरे पास रहता है। 💔🌙

चाँद भी मेरी उदासी को पहचान गया है,
अब उसकी रोशनी भी फीकी पड़ने लगी है। 😞💫

गहरी रातों में सन्नाटे की आवाज़ सुनाई देती है,
दिल के जख्मों की टीस और बढ़ जाती है। 💔🌙

तेरी यादें अब मेरी रातों का हिस्सा बन गई हैं,
नींद तो दूर अब तो ख्वाब भी अधूरे रह गए हैं। 😢💫

जब भी रात गहरी होती है,
तेरी यादें और भी ज्यादा तड़पाती हैं। 💔🌙

चाँद को देखूं तो तेरा अक्स नजर आता है,
ये रातें अब सिर्फ तेरा ही इंतजार कराती हैं। 😞💫

तन्हा रातों में दिल बेचैन रहता है,
तेरी यादों का साया हर ओर रहता है। 💔🌙

जब भी रात आती है, दर्द और बढ़ जाता है,
तेरी यादों का तूफान फिर से उठ खड़ा होता है। 😢💫

अब तो मेरी रातें भी मुझसे सवाल करती हैं,
तेरे बिना जीना इतना मुश्किल क्यों होता है? 💔🌙

रात का सन्नाटा अब दोस्त बन गया है,
तेरी यादों से बातें कर-करके दिल थक गया है। 😞💫

नींद से अब कोई नाता नहीं,
तेरी यादों ने हर रात मेरा साथ निभाया है। 💔🌙

चाँद भी उदास रहता है,
जब तेरी यादों में मेरा दिल तड़पता है। 😢💫

हर रात तेरी यादें नया जख्म दे जाती हैं,
दिल की हालत अब किसी से कही नहीं जाती। 💔🌙

तन्हाई में जब रात ढलती है,
तेरी यादें और गहरी हो जाती हैं। 😞💫

मेरी रातें अब पहले जैसी नहीं रही,
तेरी यादों ने हर लम्हा अधूरा कर दिया। 💔🌙

चाँदनी रातों में भी अंधेरा महसूस होता है,
तेरी कमी अब और ज्यादा महसूस होती है। 😢💫

हर रात बस तेरा नाम लिया करता हूँ,
तू ही मेरी दुआओं में शामिल रहता है। 💔🌙

चुपचाप रातें मुझसे कहने लगी हैं,
तेरी तन्हाई का दर्द अब और बढ़ता जा रहा है। 😞💫

अब तो सितारों से भी सवाल करने लगा हूँ,
क्या कभी मेरी रातों का सन्नाटा टूटेगा? 💔🌙

जब से तू गया है, मेरी रातों से नींद भी चली गई,
अब तो बस तेरी यादें ही मेरी सहारा बन गईं। 😢💫

रात की गहराइयों में तेरा ख्याल आता है,
तेरी यादें अब मेरी साँसों में बस चुकी हैं। 💔🌙

हर रात चुपचाप तुझे याद कर लेता हूँ,
तेरी यादों के साए में ही सो जाता हूँ। 😞💫

मेरी रातें अब गवाह बन गई हैं,
तेरी बेवफाई का सबूत लिए बैठी हैं। 💔🌙

अब तो तन्हा रातें भी मुझ पर हंसने लगी हैं,
कहती हैं, तेरा दर्द अब तेरा हमसफ़र बन गया है। 😢💫

चाँद भी अब बुझा-बुझा सा लगता है,
रातें अब तेरी यादों में सिमटने लगी हैं। 💔🌙

रात का सन्नाटा भी मुझसे पूछता है,
तेरी आँखों में अब वो प्यार क्यों नहीं दिखता? 😞💫

अब तो मेरी आँखों में आंसू भी नहीं आते,
रातों की तन्हाई ने सब कुछ छीन लिया है। 💔🌙

जब से तू दूर हुआ, मेरी रातें भी वीरान हो गईं,
अब तो सिर्फ तेरी यादों का सहारा बाकी है। 😢💫

मेरी उदासी देखकर चाँद भी चौंक जाता है,
रातें अब सिर्फ तेरा नाम दोहराती रहती हैं। 💔🌙

तेरा नाम अब मेरी हर रात का हिस्सा बन गया है,
तेरी यादें अब मेरी धड़कनों में बस गई हैं। 😞💫

जब भी रात होती है, तेरा चेहरा सामने आ जाता है,
दिल फिर तुझे पुकारने लगता है। 💔🌙

मेरी रातें अब मुझसे रुसवा हो गई हैं,
तेरी जुदाई का दर्द अब मेरा मुकद्दर बन गया है। 😢💫

सितारे भी अब बुझते नजर आते हैं,
तेरी यादों ने मेरी नींदें छीन ली हैं। 💔🌙

गहरी रातों में बस एक ही सवाल उठता है,
तेरी यादों से कब आज़ाद हो पाऊँगा? 😞💫

तेरी यादें अब मेरी रातों का अंधेरा बन गई हैं,
इनसे निकलने की कोई राह नहीं दिखती। 💔🌙

हर रात मेरी तन्हाई और भी गहरी हो जाती है,
तेरी बेवफाई अब मेरी आदत बन गई है। 😢💫

मेरी तन्हा रातें अब चुप नहीं रहतीं,
हर लम्हा तुझे पुकारती रहती हैं। 💔🌙

तेरी यादों ने मेरी रातों को वीरान कर दिया,
अब तो बस अंधेरों से दोस्ती हो गई है। 😞💫

चाँदनी भी अब मेरा दर्द समझने लगी है,
तेरी यादों का असर हर चीज पर दिखने लगा है। 💔🌙

जब से तू गया, मेरी रातों से उजाला भी चला गया,
अब तो हर लम्हा तेरी यादों में बीतता है। 😢💫

रातें लंबी हो जाती हैं तेरी यादों के साथ,
दिल रोता रहता है तन्हाई की बात। 💔🌙

नींद अब मेरी आँखों से कोसों दूर रहती है,
तेरी यादें बस दिल में दस्तक देती हैं। 😞💫

अंधेरी रातों में जब तन्हा होता हूँ,
तेरी यादें हर कोने में मुझे घेर लेती हैं। 💔🌙

तेरी यादों का सफर हर रात जारी रहता है,
दिल अब हर रात तुझसे मिलने की कोशिश करता है। 😢💫

तन्हा रातों में दिल और बेचैन हो जाता है,
तेरी तस्वीर से बातें करने को मजबूर हो जाता है। 💔🌙

जब भी चाँद को देखता हूँ,
तेरा चेहरा नजर आ जाता है। 😞💫

हर रात तेरा नाम दिल में उभर आता है,
तेरी यादों का साया फिर से मुझे सताने लगता है। 💔🌙

रातें अब दर्द का गीत गाती हैं,
तेरी जुदाई की सजा मुझे हर रात मिलती है। 😢💫

खामोश रातें भी अब मेरा हाल पूछने लगी हैं,
तेरी जुदाई का दर्द सब पर जाहिर होने लगा है। 💔🌙

चाँद भी मुझसे अब नजरें चुराने लगा है,
शायद उसे भी मेरी तन्हाई से डर लगने लगा है। 😞💫

तेरी यादें हर रात मुझे आवाज़ देती हैं,
मेरी तन्हाई बस तुझे महसूस करती रहती है। 💔🌙

चुपचाप ये रातें मुझसे सवाल कर बैठती हैं,
तेरी यादों का सिलसिला आखिर कब खत्म होगा? 😢💫

जब भी रात आती है, दिल और भारी हो जाता है,
तेरी जुदाई का हर घाव और गहरा हो जाता है। 💔🌙

तेरा नाम अब मेरी तन्हा रातों का साथी बन गया है,
तेरी यादों के साये में ही अब सवेरा होता है। 😞💫

रात के अंधेरे में आंसू भी चुपके से गिर जाते हैं,
तेरी यादों की राह में अब कोई रोशनी नहीं बची। 💔🌙

हर रात बस तेरी बातें दोहराता हूँ,
तेरी यादों के साथ ही सोने की कोशिश करता हूँ। 😢💫

तेरी जुदाई के बाद रातों से रिश्ता कुछ और हो गया,
अब ये सिर्फ तन्हाई का दर्द समेटे आती हैं। 💔🌙

चुपचाप अंधेरों से अब बातें करने लगा हूँ,
तेरी यादों की दुनिया में हर रात खो जाता हूँ। 😞💫

जब भी रात होती है, दिल बेचैन होने लगता है,
तेरी यादों का तूफान फिर से उठने लगता है। 💔🌙

मेरी तन्हा रातों की गवाही चाँद भी देने लगा है,
अब तो मेरी उदासी सितारों में भी नजर आने लगी है। 😢💫

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