BR Ambedkar Quotes in Hindi |भीमराव अंबेडकर के ऐसे विचार जिनसे आप कुछ सीख सकते हैं

BR Ambedkar Quotes in Hindi

BR Ambedkar Quotes in Hindi

“जीवन में सफलता पाने के लिए शिक्षा का महत्व अपार है।”

“ज्ञान शक्ति सबसे महान है।”

“धर्म तो इसे सिखाता है कि कैसे जीना है, लेकिन समाजिक विज्ञान यह सिखाता है कि कैसे धर्म को बनाए रखना है।”

“धर्म एक होने पर भारत एक हो सकता है, नहीं तो नहीं।”

“मैं भारतीय संविधान में अपने देशवासियों के लिए एक शिक्षा प्रणाली बनाने के लिए बहुत प्रेरित हूं।”

“उत्तम परिणाम उत्तम प्रयासों से होते हैं।”

“जो समाज में अपमानित है, वह वास्तविक देश भक्त नहीं हो सकता।”

“समाजिक विशेषज्ञता को बढ़ावा देना हमारा कर्तव्य है।”

“मेरा एकमात्र मंत्र है – समर्पण।”

“सत्य कभी कमजोर नहीं होता।”

“शिक्षा के बिना जीवन अधूरा होता है।”

“हमें स्वतंत्र भारत के लिए समानता और सम्मान की दिशा में काम करना होगा।”

“व्यक्ति अपने सपनों को जीवंत रखने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति चाहिए।”

“समाज का निर्माण समग्र मानव जाति के लाभ के लिए होना चाहिए।”

“शिक्षा ही वह ताकत है जो आपको नकारात्मकता से बचाती है।”

“धर्म एक होने पर ही भारत एक हो सकता है।”

“मेरे विचारों में, सबसे बड़ी शक्ति हमारे स्वाधीनता की भावना है।”

“व्यक्ति अपनी मंजिल तब तक नहीं पा सकता जब तक कि वह अपने सपनों का पीछा नहीं करता।”

“मैं सिर्फ ज़िन्दगी के बारे में सोचता हूं जो मुझे विश्वास दिलाता है कि मैं अच्छा काम कर सकता हूं।”

“शिक्षा सबसे बड़ा धन है जो हमें हमारी ज़िन्दगी के लिए तैयार करती है।”

“शिक्षा के बिना सभी विशेषताएँ निरर्थक होती हैं।”

“जो भी मेरी रोकथाम में आता है, उसे मैं अपने स्वाभिमान की रक्षा करने के लिए खरीद लेता हूं।”

“यदि हम अपने देश के विकास को सही दिशा में लाना चाहते हैं, तो हमें शिक्षा को प्राथमिकता देनी होगी।”

“मैं उनके संविधान में सभी विशेषताओं का समर्थन करता हूं जो भारत के लिए उपयुक्त हो।”

“जब तक शिक्षा का प्राथमिकता नहीं बनाया जाता, तब तक देश का विकास सम्भव नहीं हो सकता।”

“मेरा मानना है कि विद्यालय का शिक्षक भी अगर स्वार्थपर हो तो वह विद्यालय की उच्चतम गुणवत्ता नहीं बढ़ा सकता।”

Br Ambedkar Quotes Hindi :

“समाज में अपराधी होने के कारण किसी की निंदा नहीं की जानी चाहिए।”

“जो भी मेरी दीर्घकालिक उद्देश्यों में मेरा सहायक है, उसे मैंने स्वीकार कर लिया है।”

“सबसे बड़ी सफलता उस व्यक्ति के लिए है, जो अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ता जा रहा है।”

“विज्ञान अनगिनत विचारों का रहस्य है।”

“सबसे बड़ी विशेषता उस व्यक्ति की होती है, जो अपनी क्षमताओं को सही समय पर पहचानता है।”

“मैं अपने विचारों में केवल एक व्यक्ति हूं, जो अपने क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए काम करता है।”

“विश्वास करो कि अगर तुम अपने उद्देश्यों के प्रति पूरी श्रद्धा रखते हो, तो तुम उसे जरूर पा सकते हो।”

“मेरा विश्वास है कि समाज की सभी समस्याओं का समाधान शिक्षा में है।”

“अगर तुम अपने उद्देश्यों के प्रति निष्ठा रखते हो, तो तुम्हारी सफलता निश्चित है।”

“सबसे बड़ी विशेषता उस व्यक्ति की होती है, जो अपनी सोच के लिए निश्चित रहता है।”

“शिक्षा ही वह दर्शन है, जो हमें अपने लक्ष्य तक पहुंचाता है।”

“मेरा मानना है कि अगर तुम अपने उद्देश्यों के प्रति निष्ठा रखते हो, तो तुम उसे प्राप्त कर सकते हो।”

“सभी मनुष्य अपने आप में समान हैं, उनके अधिकार और कर्तव्य भी समान होने चाहिए।”

“अगर तुम अपने उद्देश्यों के प्रति संकल्पित हो, तो तुम्हारी क्षमताओं को निश्चित रूप से दिखाई देगा।”

जो झुक सकता है वो झुका भी सकता है।

एक सुरक्षित सेना एक सुरक्षित सीमा से बेहतर है।

न्याय हमेशा समानता के विचार को पैदा करता है।

धर्म मनुष्य के लिए बना है न कि मनुष्य धर्म के लिए।

एक इतिहासकार सटीक, ईमानदार और निष्‍पक्ष होना चाहिए।

मन का संवर्धन मानव अस्तित्व का अंतिम उद्देश्य होना चाहिए।

Ambedkar Quotes in Hindi

वर्गहीन समाज गढ़ने से पहले समाज को जातिविहीन करना होगा।

 समाजवाद के बिना दलित-मेहनती इंसानों की आर्थिक मुक्ति संभव नहीं।

उदासीनता सबसे खतरनाक बीमारी है जो लोगों को प्रभावित कर सकती है।

संविधान केवल वकीलों का दस्‍तावेज नहीं है बल्कि यह जीवन जीने का एक माध्‍यम है।

आप स्वाद को बदल सकते हैं परन्तु जहर को अमृत में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है।

जो कौम अपना इतिहास नही जानती है, वह कौम कभी अपना इतिहास नही बना सकती है।

धर्म पर आधारित मूल विचार व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास के लिए एक वातावरण बनाना है।

इतिहास गवाह है जब नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष हुआ है वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है।

यदि हम एक संयुक्त एकीकृत आधुनिक भारत चाहते हैं, तो सभी धर्मों के धर्मग्रंथों की संप्रभुता का अंत होना चाहिए।

हमारे देश के संविधान में मतदान का अधिकार एक ऐसी ताकत है, जो किसी ब्रह्मास्त्र से कहीं अधिक ताकत रखता है।

इस पूरी दुनिया में गरीब वही है, जो शिक्षित नहीं है। इसलिए आधी रोटी खा लेना, लेकिन अपने बच्चों को जरूर पढ़ाना।

शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो।

शिक्षा वो शेरनी है। जो इसका दूध पिएगा वो दहाड़ेगा।

देश के विकास के लिए नौजवानों को आगे आना चाहियें।

शिक्षा वह शस्त्र है जिससे आप दुनिया को बदल सकते हैं।

जीवन लंबा होने के बजाय महान होना चाहिए।

जो व्यक्ति अपने अधिकारों के लिए लड़ता है, वही दूसरों को भी प्रेरित करता है।

मैं एक समुदाय की प्रगति को उसके महिलाओं की स्थिति से मापता हूँ।

मनुष्य जीवन में जो भी कठिनाइयाँ आती हैं, वह मन की शक्ति से ही दूर हो सकती हैं।

समय हमेशा बदलता है और हमें समय के साथ बदलना चाहिए।

धर्म को कभी भी तर्क और विवेक के खिलाफ नहीं होना चाहिए।

संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, यह एक जीता-जागता मार्गदर्शक है।

अपने विकास के लिए सबसे पहले शिक्षित बनो, संगठित हो और संघर्ष करो।

किसी भी समाज का मूल्यांकन उसकी सबसे कमजोर कड़ी से किया जाता है।

स्वतंत्रता का असली मतलब जिम्मेदारी है।

हमें अपने पांव पर खड़े होना चाहिए और स्वाभिमान के साथ जीना चाहिए।

इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन उसकी अज्ञानता है।

न्याय, स्वतंत्रता, और समानता समाज के मूल स्तंभ हैं।

व्यक्ति अपने विचारों से ही महान बनता है।

देश का निर्माण उसकी शिक्षा पर निर्भर करता है।

जीवन में अधिकारों का महत्व तब तक है जब तक कर्तव्य को न भूलें।

जब तक समाज के सबसे कमजोर व्यक्ति को न्याय नहीं मिलता, तब तक न्याय अधूरा है।

संविधान में जितनी ताकत है, उतना ही उसका पालन भी जरूरी है।

शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं, बल्कि समाज के प्रति जागरूक बनना है।

ज्ञान ही शक्ति है और इससे हमें अंधविश्वास से मुक्ति मिलती है।

धर्म वह है जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे को सिखाता है।

किसी भी समाज का उत्थान उसके दलित वर्ग के उत्थान पर निर्भर करता है।

इतिहास में बदलाव लाने वाले लोग हमेशा संघर्ष करने वाले होते हैं।

समाज को बदलना हो तो सबसे पहले मानसिकता को बदलना होगा।

संविधान एक पवित्र ग्रंथ है, जिसका आदर और पालन हर व्यक्ति को करना चाहिए।

अगर आप बड़े सपने देखते हैं, तो उस सपने को पूरा करने की क्षमता भी होनी चाहिए।

शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो, यही सफलता का मूल मंत्र है।

किसी भी देश का भविष्य उसकी नई पीढ़ी पर निर्भर करता है।

जीवन में अनुशासन का होना सबसे महत्वपूर्ण है।

संघर्ष ही सफलता की पहली सीढ़ी होती है।

यदि समाज में सुधार लाना है तो सबसे पहले उस समाज को शिक्षित बनाना होगा।

संघर्ष के बिना प्रगति संभव नहीं।

इंसान की पहचान उसके कर्म से होती है, न कि जाति या धर्म से।

गरीब और अमीर के बीच की खाई को शिक्षा से पाटा जा सकता है।

व्यक्ति की सफलता उसकी सोच और मेहनत पर निर्भर करती है।

समानता सिर्फ कानून में नहीं, बल्कि समाज में भी होनी चाहिए।

जो समाज शिक्षा के महत्व को नहीं समझता, वह हमेशा पिछड़ा रहेगा।

अपने आत्म-सम्मान की रक्षा करना ही सबसे बड़ी सफलता है।

हर व्यक्ति को समान अवसर मिलना चाहिए, यही सच्चा लोकतंत्र है।

Ambedkar Thoughts in Hindi

हम आदि से अंत तक भारतीय हैं।

एक सुरक्षित सेना एक सुरक्षित सीमा से बेहतर है।

जो झुक सकता है वो झुका भी सकता है।

न्याय हमेशा समानता के विचार को पैदा करता है।

धर्म मनुष्य के लिए बना है न कि मनुष्य धर्म के लिए।

 समाजवाद के बिना दलित-मेहनती इंसानों की आर्थिक मुक्ति संभव नहीं।

वर्गहीन समाज गढ़ने से पहले समाज को जातिविहीन करना होगा।

मन का संवर्धन मानव अस्तित्व का अंतिम उद्देश्य होना चाहिए।

एक इतिहासकार सटीक, ईमानदार और निष्‍पक्ष होना चाहिए।

उदासीनता सबसे खतरनाक बीमारी है जो लोगों को प्रभावित कर सकती है।

संविधान केवल वकीलों का दस्‍तावेज नहीं है बल्कि यह जीवन जीने का एक माध्‍यम है।

आप स्वाद को बदल सकते हैं परन्तु जहर को अमृत में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है।

जो कौम अपना इतिहास नही जानती है, वह कौम कभी अपना इतिहास नही बना सकती है।

इतिहास गवाह है जब नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष हुआ है वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है।

धर्म पर आधारित मूल विचार व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास के लिए एक वातावरण बनाना है।

इस पूरी दुनिया में गरीब वही है, जो शिक्षित नहीं है। इसलिए आधी रोटी खा लेना, लेकिन अपने बच्चों को जरूर पढ़ाना।

हमारे देश के संविधान में मतदान का अधिकार एक ऐसी ताकत है, जो किसी ब्रह्मास्त्र से कहीं अधिक ताकत रखता है।

यदि हम एक संयुक्त एकीकृत आधुनिक भारत चाहते हैं, तो सभी धर्मों के धर्मग्रंथों की संप्रभुता का अंत होना चाहिए।

इतिहास गवाह है जब नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष हुआ है वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है।

धर्म पर आधारित मूल विचार व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास के लिए एक वातावरण बनाना है।

गुलामी चाहे मानसिक हो या शारीरिक, समाज को कमजोर बनाती है।

ज्ञान, समानता, और स्वतंत्रता ही समाज का असली आधार है।

किसी भी देश का असली विकास उसकी न्याय व्यवस्था से होता है।

एकता में इतनी शक्ति है कि हर असंभव कार्य संभव बन सकता है।

बिना मेहनत के कोई भी लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता।

कानून का पालन तभी संभव है जब समाज में समानता हो।

अगर समाज को सुधारना है, तो सबसे पहले शिक्षा को सुधारना होगा।

किसी भी समाज का उत्थान उसकी महिलाएं शिक्षित होने पर निर्भर करता है।

अंधविश्वास और पुरानी मान्यताओं से बाहर निकलना ही प्रगति का रास्ता है।

एक समाज तभी सफल हो सकता है जब उसमें सभी के लिए समान अवसर हों।

अच्छे विचार ही व्यक्ति को महान बनाते हैं।

धर्म वह है जो हमें दूसरों के साथ समान व्यवहार करना सिखाता है।

जब तक समाज में भेदभाव रहेगा, तब तक प्रगति अधूरी रहेगी।

समाज की सच्ची सेवा वही है जिसमें न्याय, समानता और भाईचारा हो।

जब व्यक्ति अपने अधिकारों को समझता है, तब ही समाज में बदलाव आता है।

जाति और धर्म के आधार पर व्यक्ति को न आंकें, उसके विचारों को देखें।

संविधान का असली उद्देश्य समाज में समानता और न्याय को स्थापित करना है।

समाज में बदलाव लाने के लिए पहले खुद को बदलना आवश्यक है।

शिक्षा का असली उद्देश्य लोगों को स्वतंत्र विचारक बनाना है।

सच्चा नेता वही होता है जो जनता के हितों के लिए कार्य करता है।

आत्म-सम्मान के बिना जीवन अधूरा है।

समाज में भेदभाव को खत्म करना ही सबसे बड़ी सेवा है।

गरीबों और कमजोरों को सशक्त बनाना ही विकास है।

जब तक समाज में शांति, भाईचारा और समानता नहीं होगी, तब तक प्रगति अधूरी है।

अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता ही सच्ची स्वतंत्रता है।

Dr Ambedkar Quotes in Hindi

जीवन में सही दिशा में चलना सबसे महत्वपूर्ण है, न कि कितनी दूर जा रहे हैं।

कोई भी व्यक्ति तब तक स्वतंत्र नहीं है जब तक उसके पास ज्ञान नहीं है।

किसी भी समाज का विकास उसके दलित वर्ग के उत्थान पर निर्भर करता है।

जाति व्यवस्था को खत्म करना ही सच्चा समाज सुधार है।

समाज में समानता स्थापित करने के लिए पहले खुद को शिक्षित करना होगा।

शिक्षा सबसे मजबूत हथियार है, जिसका उपयोग आप समाज को बदलने के लिए कर सकते हैं।

जो लोग सच्चाई की राह पर चलते हैं, वे कभी नहीं हारते।

हर व्यक्ति को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए।

जिन्दा रहने का असली मतलब दूसरों के लिए जीना है।

अपने हक की लड़ाई खुद लड़नी होती है, कोई और नहीं लड़ेगा।

जब कोई मनुष्य अपने अधिकारों के लिए खड़ा होता है, तो वह समाज को जगाता है।

समाज में न्याय का मतलब है सभी के लिए समान अवसर।

शिक्षा और संगठन की ताकत से ही हम अपने अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं।

भेदभाव और असमानता का अंत करना ही सच्चा धर्म है।

अपनी सोच को बदलकर ही आप अपने जीवन को बदल सकते हैं।

समाज में बदलाव लाने के लिए सबसे पहले अपनी सोच में बदलाव लाना होगा।

जो लोग कठिनाइयों का सामना करते हैं, वे ही असली विजेता होते हैं।

आत्मनिर्भरता ही सबसे बड़ी ताकत है।

हमें अपने संघर्षों को ताकत में बदलना होगा।

जो लोग दूसरों के हक के लिए लड़ते हैं, वे सबसे महान होते हैं।

हर व्यक्ति को अपने जीवन में एक उद्देश्य होना चाहिए।

जाति और धर्म से ऊपर उठकर इंसानियत का सम्मान करना चाहिए।

जब तक आप दूसरों की भलाई के लिए काम नहीं करेंगे, तब तक आपको सच्चा सुख नहीं मिलेगा।

जो लोग दूसरों को आगे बढ़ाते हैं, वही समाज के सच्चे नेता हैं।

हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करें, यही विकास का असली मार्ग है।

शिक्षा सभी के लिए समान रूप से उपलब्ध होनी चाहिए।

डॉक्टर अंबेडकर ने सभी के लिए समान शिक्षा के अवसरों पर जोर दिया।

विद्यार्थी की पहचान ज्ञान से होती है, फिर चाहे उनकी जाति, धर्म, या आर्थिक स्थिति कुछ भी हो।

शिक्षा एक ऐसा साधन है, जो लोगों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाता है।

विद्यार्थियों को मिलने वाली शिक्षा व्यावहारिक और उपयोगी होनी चाहिए।

शिक्षा का यही महत्व है कि वह समाजहित में सदैव प्रयासरत रहती है, तांकि एक सभ्य समाज का निर्माण हो सके।

शिक्षा के माध्यम से मानव आवश्यक कौशल और ज्ञान की प्राप्ति करता है, जिससे सफलता मानव के पग पखारती है।

शिक्षा सदैव धर्मनिरपेक्ष होनी चाहिए।

शिक्षा को किसी विशेष धर्म या संप्रदाय से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

Dr Br Ambedkar Quotes in Hindi :

मुझे वह धर्म पसंद है जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सिखाता है।

यदि हम आधुनिक विकसित भारत चाहते हैं तो सभी धर्मों को एक होना पड़ेगा।

मेरी प्रशंसा और जय-जय कार करने से अच्छा है, मेरे दिखाये गए मार्ग पर चलो।

ज्ञानी लोग किताबों की पूजा करते हैं, जबकि अज्ञानी लोग पत्थरों की पूजा करते हैं।

जो व्यक्ति अपनी मौत को हमेशा याद रखता है वह सदा अच्छे कार्य में लगा रहता है।

स्‍वतंत्रता का अर्थ साहस है, और साहस एक पार्टी में व्‍यक्तियों के संयोजन से पैदा होता है।

मैं एक समुदाय की प्रगति को उस प्रगति की डिग्री से मापता हूं, जो महिलाओं ने हासिल की है।

संवैधानिक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं हैं जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता प्राप्त नहीं कर लेते।

राजनीति में हिस्सा ना लेने का सबसे बड़ा दंड यह है कि अयोग्य व्यक्ति आप पर शासन करने लगता है।

जो धर्म जन्‍म से एक को श्रेष्‍ठ और दूसरे को नीच बताये वह धर्म नहीं, गुलाम बनाए रखने का षड़यंत्र है।

अगर मुझे लगा कि मेरे द्वारा बनाये गए संविधान का दुरुपयोग किया जा रहा है, तो सबसे पहले मैं इसे जलाऊंगा।

Bhimrao Ambedkar Quotes in Hindi :

हो सकता है कि समानता एक कल्पना हो, पर विकास के लिए यह ज़रूरी है।

मैं राजनीतिक सुख भोगने नहीं बल्कि नीचे दबे हुए अपने भाईओं को अधिकार दिलाने आया हूँ।

पति–पत्नी के बीच का सम्बन्ध घनिष्ठ मित्रों के सम्बन्ध के सामान होना चाहिए।

क़ानून और व्यवस्था, राजनीतिक शरीर की दवा है। जब राजनीतिक शरीर बीमार पड़े तो दवा ज़रूर दी जानी चाहिए।

भाग्य से ज्यादा अपने आप पर विश्वास करो। भाग्य में विश्वास रखने के बजाय शक्ति और कर्म में विश्वास रखना चाहिए।

निहित स्वार्थों को तब तक स्वेच्छा से नहीं छोड़ा गया है जब तक कि मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल ना लगाया गया हो।

एक महान व्यक्ति एक प्रख्यात व्यक्ति से एक ही बिंदु पर भिन्न है कि महान व्यक्ति समाज का सेवक बनने के लिए तत्पर रहता है।

मंदिर जाने वाले लोगों की लंबी कतारें, जिस दिन पुस्तकालय की ओर बढ़ेंगी। उस दिन मेरे इस देश को महाशक्ति बनने से कोई रोक नही सकता है।

मैं बहुत मुश्किल से इस कारवां को इस स्थिति तक लाया हूं। यदि मेरे लोग, मेरे सेनापति इस कारवां को आगे नहीं ले जा सकें, तो पीछे भी मत जाने देना।

एक विचार को प्रसार की उतनी ही आवश्यकता होती है, जितना कि एक पौधे को पानी की आवश्यकता होती है। नहीं तो दोनों मुरझाएंगे और मर जाएं।

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