- अरुणाचल प्रदेश का अर्थ है “उगते सूरज का प्रदेश,” क्योंकि यह भारत के पूर्वोत्तर में स्थित है जहाँ भारत में सबसे पहले सूर्योदय होता है।
- इसकी राजधानी ईटानगर है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है।
- अरुणाचल प्रदेश को “भारत का ऑर्किड राज्य” भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ 500 से अधिक प्रजातियों के ऑर्किड पाए जाते हैं।
- राज्य की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है, हालाँकि यहाँ 26 से अधिक भाषाएँ और 100 से अधिक बोलियाँ बोली जाती हैं।
- अरुणाचल प्रदेश का सबसे बड़ा जिला लोअर सुबनसिरी है।
- यहाँ का तवांग मठ एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बौद्ध मठ है।
- राज्य में अपतानी, न्यिशी, मोनपा, आदि, तागिन और मिश्मी जैसी प्रमुख जनजातियाँ निवास करती हैं।
- अरुणाचल प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता के कारण इसे “भारत का अंतिम पर्यटन गंतव्य” भी कहा जाता है।
- सियांग नदी, जिसे ब्रह्मपुत्र का उद्गम स्थल माना जाता है, अरुणाचल प्रदेश से होकर बहती है।
- बोमडिला एक लोकप्रिय पर्वतीय स्थल है और यहाँ से हिमालय की चोटियों का अद्भुत दृश्य देखा जा सकता है।
- अरुणाचल प्रदेश में कोलोरियाडो ग्रीन पाइड हॉर्नबिल जैसे दुर्लभ पक्षी पाए जाते हैं।
- अरुणाचल प्रदेश में नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान स्थित है, जो दुनिया में चार बड़ी बिल्ली प्रजातियों – टाइगर, स्नो लेपर्ड, क्लाउडेड लेपर्ड, और सामान्य तेंदुआ के लिए प्रसिद्ध है।
- राज्य का जिरो घाटी क्षेत्र यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल की संभावित सूची में है और अपतानी जनजाति का घर है।
- अरुणाचल प्रदेश के निवासी दोन्यी-पोलो धर्म का पालन करते हैं, जिसमें सूर्य और चंद्रमा की पूजा की जाती है।
- राज्य में हर साल जिरो म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन होता है, जो देश-विदेश के संगीत प्रेमियों को आकर्षित करता है।
- अरुणाचल प्रदेश का लोसर महोत्सव बौद्ध समुदाय द्वारा नए साल के रूप में मनाया जाता है।
- अरुणाचल प्रदेश में तिरप, चांगलांग और लोंगडिंग जैसे कई जिले ऐसे हैं जो उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्र माने जाते हैं।
- अरुणाचल में स्थित सेला दर्रा एक पवित्र स्थान माना जाता है और यह स्थान सर्दियों में बर्फ से ढका रहता है।
- डोंग गाँव भारत का पहला स्थान है जहाँ सूर्योदय होता है।
- अरुणाचल प्रदेश की सीमा भूटान, चीन और म्यांमार से लगती है।
- यहाँ का तवांग युद्ध स्मारक भारतीय सैनिकों की वीरता का प्रतीक है जो भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए थे।
- अरुणाचल प्रदेश में पारंपरिक हाथ से बुने कपड़े, खासकर मोनपा जनजाति के बनाए गए, बहुत प्रसिद्ध हैं।
- राज्य का सबसे बड़ा त्यौहार न्योकुम है, जिसे न्यिशी जनजाति द्वारा मनाया जाता है।
- पार्श्वनाथ का गोल्डेन पगोडा नाम का एक प्रसिद्ध बौद्ध मठ है, जो ऊपरी असम सीमा के पास स्थित है।
- अरुणाचल प्रदेश में स्नो लेपर्ड, क्लाउडेड लेपर्ड और रेड पांडा जैसे दुर्लभ जानवर पाए जाते हैं।
- मेचुका घाटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और तिब्बती संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है।
- राज्य में स्थित कामेंग और सुबनसिरी जैसी नदियाँ जलविद्युत उत्पादन में सहायक हैं।
- अरुणाचल में डोंग्या फेस्टिवल को बौद्ध धर्म के अनुयायी मनाते हैं।
- ईटाफोर्ट, ईटानगर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है जो राजाओं के युग का प्रतीक है।
- अरुणाचल प्रदेश का किला पखुई वन्यजीव अभ्यारण्य बाघ संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है।
- राज्य में मीओ और वांचो जनजाति के लोग अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोकर रखते हैं।
- अरुणाचल प्रदेश में लोहित नदी ब्रह्मपुत्र की एक प्रमुख सहायक नदी है।
- भीष्माकनगर किला ईटानगर से लगभग 30 किमी दूर स्थित है और यह एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है।
- अरुणाचल प्रदेश के काज़िरंगा नेशनल पार्क की सीमा भी यहाँ से मिलती है।
- यहाँ की न्यिशी जनजाति को उनके पारंपरिक हेडगियर “पन” के लिए जाना जाता है।
- अरुणाचल प्रदेश का मालिनीथान मंदिर असम सीमा के पास स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है।
- राज्य में तल्ली घाटी और ड्रंगो घाटी ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध हैं।
- तवांग लामा मंदिर को 1681 में मेराग लामा लोड्रे ग्यात्सो ने बनवाया था और यह मठ तिब्बती बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण केंद्र है।
- जंग जलप्रपात तवांग जिले में स्थित एक सुंदर झरना है, जिसे नूरानांग जलप्रपात भी कहा जाता है।
- अरुणाचल प्रदेश में हाथ से बनाई गई टोपियाँ बहुत प्रसिद्ध हैं, जो मुख्यतः ऊन से बनाई जाती हैं।
- राज्य में कई प्रकार की औषधीय जड़ी-बूटियाँ पाई जाती हैं, जो आयुर्वेदिक उपचार में सहायक होती हैं।
- अरुणाचल प्रदेश में पुनंग (रहने की जगह) और गोम्पा (मठ) जैसे संरचनाएँ बौद्ध संस्कृति का प्रतीक हैं।
- राज्य का चावल और बांस पर आधारित भोजन यहाँ की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है।
- अरुणाचल प्रदेश में रोड शो जैसी परंपरागत नृत्य गतिविधियाँ लोकप्रिय हैं।
- राज्य का सीतांग नदी का झरना साहसिक खेलों के लिए प्रसिद्ध है।
- यहाँ का बुडु फेस्टिवल एक प्रमुख पारंपरिक त्यौहार है जो अपतानी जनजाति द्वारा मनाया जाता है।
- सुबनसिरी जलविद्युत परियोजना भारत की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना में से एक है जो यहाँ स्थित है।
- अरुणाचल प्रदेश की महिलाएँ बुनाई में बहुत कुशल होती हैं और उनके द्वारा बनाए गए वस्त्र बहुत प्रसिद्ध हैं।
- राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में कई जनजातियाँ गौरैया पक्षी की पूजा करती हैं।
- अरुणाचल प्रदेश में बुमला दर्रा भारत-चीन सीमा पर स्थित है और यह ऐतिहासिक स्थल भारत-चीन के बीच शांति का प्रतीक है।