द्वन्द्व समास – परिभाषा, भेद और उदाहरण, Dvandva Samas

द्वन्द्व समास

द्वन्द्व समास में दोनों पद समान रूप से प्रधान होते हैं। इसमें समस्त शब्द का अर्थ दोनों पदों को मिलाकर होता है। समस्त पद में ‘और’, ‘एवं’, या ‘तथा’ जैसे शब्दों का लोप हो जाता है।


द्वन्द्व समास के भेद:

  1. समाहार द्वन्द्व:
    • इसमें दोनों पद मिलकर एक नया अर्थ प्रकट करते हैं।
    • उदाहरण:
      • राम-लक्ष्मण = राम और लक्ष्मण का समूह
      • माता-पिता = माता और पिता का जोड़ा
  2. इत्यादि द्वन्द्व:
    • इसमें दूसरा पद प्रधान होता है, और बाकी पदों का संकेत मिलता है।
    • उदाहरण:
      • फल-फूल = फल और फूल
      • राजा-प्रजा = राजा और प्रजा
  3. एकार्थक द्वन्द्व:
    • इसमें दोनों पद समान अर्थ व्यक्त करते हैं।
    • उदाहरण:
      • सुख-दुःख = सुख और दुःख
      • जीत-हार = जीत और हार

द्वन्द्व समास के उदाहरण

समस्त पदविग्रहअर्थ
माता-पितामाता + और + पितामाता और पिता
राम-लक्ष्मणराम + और + लक्ष्मणराम और लक्ष्मण का समूह
सुख-दुःखसुख + और + दुःखसुख और दुःख
जन्म-मरणजन्म + और + मरणजीवन और मृत्यु
दिन-रातदिन + और + रातपूरा समय
फल-फूलफल + और + फूलफल और फूल
राजा-प्रजाराजा + और + प्रजाराजा और उनकी प्रजा
जल-थलजल + और + थलपानी और जमीन
सूर्य-चन्द्रसूर्य + और + चन्द्रसूर्य और चन्द्रमा
स्त्री-पुरुषस्त्री + और + पुरुषस्त्री और पुरुष
देश-विदेशदेश + और + विदेशदेश और विदेश
खेत-खलिहानखेत + और + खलिहानखेत और खलिहान
भाई-बहनभाई + और + बहनभाई और बहन
चोर-डाकूचोर + और + डाकूचोर और डाकू
पक्षी-जानवरपक्षी + और + जानवरपक्षी और जानवर
राग-द्वेषराग + और + द्वेषप्रेम और घृणा
सुख-शांतिसुख + और + शांतिआराम और शांति
अन्न-जलअन्न + और + जलखाना और पानी
रंग-बिरंगेरंग + और + बिरंगेविभिन्न रंग
गंगा-यमुनागंगा + और + यमुनागंगा और यमुना नदियाँ
बाल-वृद्धबाल + और + वृद्धबच्चे और बूढ़े
सुख-दुःखसुख + और + दुःखअच्छा और बुरा समय
नाश-उपजनाश + और + उपजविनाश और उपज
जीत-हारजीत + और + हारसफलता और असफलता
धर्म-अधर्मधर्म + और + अधर्मपुण्य और पाप
छाया-धूपछाया + और + धूपछाया और धूप
शहर-गाँवशहर + और + गाँवशहर और गाँव
जीवन-मृत्युजीवन + और + मृत्युजीना और मरना
सत्य-असत्यसत्य + और + असत्यसच और झूठ
शत्रु-मित्रशत्रु + और + मित्रदुश्मन और दोस्त
भूमि-आकाशभूमि + और + आकाशजमीन और आकाश
भोजन-वस्त्रभोजन + और + वस्त्रखाना और कपड़े
मित्र-शत्रुमित्र + और + शत्रुदोस्त और दुश्मन
पुण्य-पापपुण्य + और + पापअच्छे और बुरे कर्म
दिन-रातदिन + और + रातचौबीस घंटे
आग-पानीआग + और + पानीविपरीत तत्व
फूल-पत्तीफूल + और + पत्तीफूल और पत्तियाँ
राजा-रानीराजा + और + रानीराजा और रानी
धन-धान्यधन + और + धान्यधन और अनाज
पशु-पक्षीपशु + और + पक्षीजानवर और पक्षी
आशा-निराशाआशा + और + निराशाउम्मीद और हताशा
जीवन-मरणजीवन + और + मरणजीना और मरना
हाथ-पाँवहाथ + और + पाँवहाथ और पैर
जल-जंगलजल + और + जंगलपानी और जंगल
नाम-यशनाम + और + यशप्रसिद्धि और कीर्ति
रात-दिनरात + और + दिनचौबीस घंटे
अमीर-गरीबअमीर + और + गरीबधनवान और निर्धन
दुख-सुखदुख + और + सुखबुरा और अच्छा समय
पर्व-त्योहारपर्व + और + त्योहारउत्सव और पर्व
मानव-पशुमानव + और + पशुइंसान और जानवर
क्षमा-दयाक्षमा + और + दयाक्षमा और कृपा
भूमि-जलभूमि + और + जलजमीन और पानी
हँसी-खुशीहँसी + और + खुशीप्रसन्नता
प्रेम-द्वेषप्रेम + और + द्वेषप्यार और नफरत
सत्य-असत्यसत्य + और + असत्यसच और झूठ
नर-नारीनर + और + नारीपुरुष और स्त्री
नाश-निर्माणनाश + और + निर्माणविनाश और निर्माण
धूप-छाँवधूप + और + छाँवधूप और छाया
राजा-प्रजाराजा + और + प्रजाराजा और जनता
आँख-कानआँख + और + कानदेखने और सुनने के अंग
हाथ-पैरहाथ + और + पैरशरीर के अंग
भोजन-पानीभोजन + और + पानीखाने और पीने की वस्तु
धन-संपत्तिधन + और + संपत्तिपैसे और सामान
दुख-सुखदुख + और + सुखजीवन के उतार-चढ़ाव
समय-धनसमय + और + धनसमय और धन
राजा-रानीराजा + और + रानीशासन करने वाले व्यक्ति

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